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Devices Of Computer Network:
कंप्यूटर आज के दौर में विकास और प्रगति का अहम अंग बन चुका है.कंप्यूटर आज रोजगार का भी एक मुख्य जरिया बन गया है.कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहां बिना कंप्यूटर के काम-काज होता हो.कंप्यूटर के knowledge के बिना आज व्यक्ति अनपढ़ के समान है,चाहे उसके पास कितनी ही डिग्रियां क्यों न हों.इसलिए कंप्यूटर की सामान्य जानकारी होना जरूरी है.आज इस पोस्ट में हम devices of computer network के बारे में विस्तार से चर्चा करने वाले हैं.
- Devices Of Computer Network:
- एबैकस (Abacus):
- पास्कल (Pascal)का कैलकुलेटर (Calculator)
- बैबेज एनालिटिकल इंजन:
- हरमन tabulating मशीन:
- हावर्ड आइकन मार्क 1:
- यिनियक(ENIAC):
- वांन न्यूमेन स्टोर्ड प्रोग्राम कांसेप्ट:
- एडजैक(EDSAC):
- यूनिभैक(UNIVAC):
- इनपुट डिवाइसेस(Input Devices) क्या होते हैं?
- की-बोर्ड(Key-Board):
- Caps Lock key:
- Num Lock Key:
- SHIFT KEY:
- की-बोर्ड पर अन्य Keys:
- MOUS(माउस):
- स्कैनर(Scanner):
- माइक्रोफोन(Microphone):
- Touch Screen( टच स्क्रीन):
- ओएमआर(OMR):
- एमआई सी आर(MICR):
- बार कोड रीडर (Bar Code Reader):
- Light Pen प्रकाशीय कलम:
Computer का संक्षिप्त इतिहास:
आज कंप्यूटर की पांचवी जेनरेशन चल रही है.चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है.जानते हैं कंप्यूटर का क्रमिक विकास कैसे हुवा.
एबैकस (Abacus):
यह अंको की गणना करने वाली पहली Device थी.इसका प्रयोग आज से लगभग 2000 B.C में किया जाता था.
पास्कल (Pascal)का कैलकुलेटर (Calculator)
सन 1645 के करीब पास्कल ने जोड़,घटाने और गिनती की डिवाइस बनाई जिसको कैलकुलेटर नाम दिया गया.

बैबेज एनालिटिकल इंजन:
यह आधुनिक रूप के सामान्य कम्प्यूटर बनाने का प्रथम प्रयास था.लेकिन बैबेज की इसको पूरा करने से पहले ही मृत्यु हो गयी.
हरमन tabulating मशीन:
यह एक ऐसी डिवाइस थी जो किसी डेटा को सारणीकृत (Tabulate) कर सकती थी .
हावर्ड आइकन मार्क 1:
यह एक electromechanical कम्प्यूटर था.इस मशीन में आंकड़ों को संग्रह करने के लिए पंच पेपर टेप का इस्तेमाल किया गया.
यिनियक(ENIAC):
ENIAC का पूरा नाम है-ELECTRONIC NUMERICAL INTEGRATED AND CALCULATOR. यह पूर्ण रूप से प्रथम electronic कंप्यूटर और calculating यंत्र था.इसमें program इनबिल्ट किये गए थे.यिनियक के निर्माण का समय था 1943 से 1950 के बीच.इसका निर्माण Pennsylvania University में किया गया था.इसके निर्माता थे J.Presper Ecert और John Muchey .
वांन न्यूमेन स्टोर्ड प्रोग्राम कांसेप्ट:
इस यंत्र में मेमोरी में डाटा को स्टोर करने की युक्ति का विकास हुआ.किसी भी data को बाइनरी(Binary) में कूटबद्ध (code) करने की भी शुरुआत हुई.
एडजैक(EDSAC):
इस computer को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय ने विकसित किया .इसमें निर्देशों(instructions) को मेमोरी में संग्रहित करने की क्षमता विकसित हो चुकी थी.
यूनिभैक(UNIVAC):
UNIVAC (UNIVERSAL AUTOMATIC COMPUTER) यह व्यापारिक तौर पर उप्लब्ध होने वाला प्रथम computer था.यह प्रथम पीड़ी का कंप्यूटर है.

इनपुट डिवाइसेस(Input Devices) क्या होते हैं?
जिन यंत्रों या युक्तियों के द्वारा कंप्यूटर को निर्देश,सूचना या आकड़े दिए जाते हैं उन यंत्रों को इनपुट(Input) इनपुट युक्तियां कहते हैं.इनपुट यंत्रों द्वारा कंप्यूटर को दिए गए सन्देश या आकड़े प्रोग्राम के रूप में कंप्यूटर की मेमोरी में स्टोर हो जाते हैं.इनपुट यंत्रों द्वारा दिये गए निर्देश या आंकड़ों का रिजल्ट आउटपुट (output) मशीनों (Machine)द्वारा प्राप्त किये जाते हैं.
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मुख्य इनपुट(input) युक्तियां(Devices):
प्रमुख इनपुट युक्तियां(devices) निम्नलिखित हैं.
की-बोर्ड(Key-Board):
जो काम पहले टाइप राइटर द्वारा किया जाता था वो काम कंप्यूटर में की-बोर्ड द्वारा किया जाता है.की-बोर्ड कंप्यूटर का प्रमुख इनपुट यंत्र है.इसके द्वारा आंकिक(Numeric) और टेक्स्ट(Text) इनपुट कर सकते हैं.कंप्यूटर से की-बोर्ड को सीपीयू में बने पोर्ट से जोड़ा जाता है.आजकल KEY-BOARD को USB केबल पोर्ट में जोड़ने की सुविधा आ गयी है.वायरलेस की-बोर्ड भी प्रयोग में आ गए हैं,जिसको कंप्यूटर सिस्टम में जोड़ने की जरूरत नहीं होती है.Key-Board में 100 से 104 तक की होते हैं.की बोर्ड में 5 प्रकार के की (key)होते हैं.

- अल्फाबेट की(ALPHABET KEYS):A TO Z तक
- आंकिक या संख्यात्मक की(NUMERIC KEYS):0 TO 9
- फंक्शन-की(FUNCTION KEYS):F1 TO F12.
- कर्सर कंट्रोल की (Cursor Control Keys):ये 4 दिशाओं को दर्शाती हैं.इनको ऐरो(Arrow Key)भी कहा जाता है.इनको left (बायाँ),Right(दायाँ),Up(ऊपर),Down(नीचे) एरो की-कहते हैं.

इसके अलावा कुछ ऐसे key हैं जो कर्सर की सहायता से हमको वांछित जगह तक ले जाते हैं.ये की हैं:-
- Home :-यह की कर्सर को लाइन के शुरू में ले जाता है.
- END :-ये की कर्सर को पंक्ति के अंत में ले जाता है.
- Page Up:-इस की के द्वारा back पेज पर पहुंचा जाता है.
- Page Down: next पेज में जाने का ऑपशन.
की-बोर्ड पर अंकित अन्य की(key):
कुछ विशेष प्रकार के key निम्न प्रकार हैं.
Caps Lock key:
अल्फाबेट को कैपिटल लेटर में लिखने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है.
Num Lock Key:
ये भी एक टॉगल बटन है इसको ऑन करने से न्यूमेरिक अर्थात गिनती की संख्याएं डिसप्ले हो जाती गए.
SHIFT KEY:
यह की, की-बोर्ड पर वांछित शब्द को डिस्प्ले करने के लिए यूज किया जाता है.
की-बोर्ड पर अन्य Keys:
- ENTER KEY
- TAB KEY
- ESCAPE-KEY
- SPACE BAR
- BACK-SPACE KEY
- DELETE JEY.
- CONTROL KEY.
- PRINT SCREEN JEY.
- SCROLL LOCK KEY.
- PAUS KEY.
- MODIFIER KEY.
MOUS(माउस):
माउस कंप्यूटर डिवाइस में एक मुख्य इनपुट युक्ति है.इसकी सहायता से कंप्यूटर में किसी भी जगह पर आसानी से जाया जा सकता गए.इस युक्ति में left और right क्लिक की सहायता से कम्प्यूटर में काम करना आसान हो जाता है.

स्कैनर(Scanner):
स्कैनर कम्प्यूटर नेटवर्किंग में एक महत्वपूर्ण इनपुट मशीन (Machine) है.इस यंत्र के द्वारा टेक्स्ट (Text)या चित्रों (Images) को डिजिटल फॉर्म में अपने कंप्यूटर स्क्रीन पर देख सकते हैं साथ ही उनका प्रिंट आउट भी निकाल सकते है.

माइक्रोफोन(Microphone):
यह इनपुट युक्ति किसी भी आवाज को रिकार्ड करने में उपयोग होता है.

Touch Screen( टच स्क्रीन):
यह भी कम्प्यूटर में प्रयोग होने वाला इनपुट यंत्र है.इसमें स्क्रीन में स्पर्श करते ही वांछित information तक पहुंचा जा सकता है.
ओएमआर(OMR):
यह भी एक प्रमुख इनपुट डिवाइस है.इसका फुल फार्म है:-Optical Mark Reader he.इस युक्ति का प्रयोग प्रतियोगी परीक्षाओं में किया जाता है.

एमआई सी आर(MICR):
इस इनपुट यंत्र का पूरा नाम है:-Magnetic Ink Character Reader है.इसका प्रयोग बैंकों में चैकों(Cheque) को स्कैन करने में किया जाता है यह मशीन 1 घण्टे में सैकड़ों चैक स्कैन कर सकता है.

बार कोड रीडर (Bar Code Reader):
इस मशीन का उपयोग बड़े-बड़े मॉल या सुपर मार्केट में वस्तुओं की कीमत को स्कैन करने में होता है.मिनटों में कई हजार की शॉपिंग वस्तुओं का मूल्यों को स्कैन कर कम्प्यूटर को देता है.

Light Pen प्रकाशीय कलम:
यह भी एक इनपुट डिवाइस है.इसके द्वारा स्क्रीन पर लिखने और इमेज ड्रा कर सकते हैं.
CONCLUTION:
इस अंक में हमने प्रमुख इनपुट मशीनों के बारे में जानकारी हांसिल की . Devices of Computer Network के अगले अंक में मैं आपको प्रमुख आउटपुट (Output) यंत्रों के बारे में बताऊंगा. आपको ये लेख कैसा लगा अपनी राय अवश्य दें.
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